Qatar has Released formal indian navy Officers :इजराइल के लिए जासूसी करने के दोष में कतर की अदालत ने 8 भारतीय पूर्व नौसेना कर्मियों को फांसी की सजा सुनाई थी
ये था पूरा मामला : अगस्त 2022 में निजी कंपनी के लिए काम करने वाले 8 भारतीय कैप्टन नवतेज सिंह गिल,कैप्टन सौरभ वशिष्ट,कमांडर पूर्णेन्दु तिवारी,कैप्टन वीरेंद्र कुमार वर्मा,कमांडर सुगुनाकर पकाला,कमांडर संजीव गुप्ता,कमांडर अमित नागपाल ओर नाविक रगेश को जासूसी के मामले में गिरफ्तार किया था | आरोप दायर करने क बाद 26 मार्च 2023को कतर की अदालत ने इन्हे मौत की सजा सुनाई थी|
9 नवंबर 2023 को कतर की उच्च अदालत में भारत की तरफ से एक लीगल टीम ने अपील दायर की ओर साथ ही भारतीय विदेश मंत्रालय इस मामले को लेकर कतर के अधिकारियों से बातचीत करता रहा |27 दिसम्बर 2023 को अदालत ने मौत की सजा को कम कर दिया लेकिन बताया नहीं की कितनी सजा कम हुई है अदालत द्वारा एक दस्तावेज भारतीय विदेश मंत्रालय को दिया गया 12 फरवरी 2024 को सभी कर्मियों को रिहा कर दिया गया जिनमे से 7 भारतीय वापिस लौट आए हैं |
जानिए कौन था पर्दे के पीछे : कतर और भारत के कूटनीतिक रिश्ते अब पहले से बेहतर होते दिखाई पड़ रहे हैं |जिसका श्रेय प्रधान मंत्री मोदी के साथ साथ NSA अजीत दोभाल को जाता है तभी 8पूर्व नौसेना सैनिक मौत की सजा पाने के बावजूद रिहा होकर स्वदेश वापिस लौटे हैं |